पालक खाकर करें पथरी,थाइरॉइड, बी.पी. जैसे रोगों का इलाज, ये हैं खास तरीके

उज्जैन। पालक एक पत्तियोंवाली भाजी है जो अपने गुणकारी असर के चलते सारे भारत में मशहूर है। सारे भारत में इसकी खेती की जाती है और इसे बडे चाव से सब्जी के तौर पर खाया जाता है। इसका वानस्पतिक नाम स्पीनेसिया ओलेरेसिया है। पालक में विटामिन क्वएं क्वबीं क्वसीं और क्वईं के अलावा प्रोटीन, सोडियम, कैल्शियम, फास्फोरस, क्लोरिन, थायामिन, फाइबर, राइबोफ्लैविन और लौह तत्व आदि पाए जाते है। आदिवासी इसे अनेक हर्बल नुस्खों के तौर पर अपनाते हैं। आज जानते हैं पालक से जुडे हर्बल नुस्खों के बारे में..
 
पालक के संदर्भ में रोचक जानकारियों और परंपरागत हर्बल ज्ञान का जिक्र कर रहें हैं डॉ दीपक आचार्य (डायरेक्टर-अभुमका हर्बल प्रा. लि. अहमदाबाद)। डॉ. आचार्य पिछले १५ सालों से अधिक समय से भारत के सुदूर आदिवासी अंचलों जैसे पातालकोट (मध्यप्रदेश),  डांग (गुजरात) और अरावली (राजस्थान) से आदिवासियों के पारंपरिक ज्ञान को एकत्रित कर उन्हें आधुनिक विज्ञान की मदद से प्रमाणित करने का कार्य कर रहें हैं।
 
डांग - गुजरात के आदिवासियों के अनुसार ककड़ी, पालक और गाजर की समान मात्रा का जूस तैयार कर पीने से बाल घने होने लगते हैं और बढना प्रारंभ हो जाते हैं। 

पालक के एक गिलास जूस में स्वादानुसार सेंधा नमक मिलाकर सेवन करने से दमा और श्वास रोगों में खूब लाभ मिलता है। 
निम्न रक्तचाप के रोगियों को प्रतिदिन पालक की सब्जी का सेवन करना चाहिए। माना जाता है कि यह रक्त प्रवाह को नियंत्रित करने में मदद करता है।
जिन्हें एनिमिया या रक्त अल्पता की शिकायत हो उन्हें प्रतिदिन पालक का रस (लगभग एक गिलास) दिन में 3  तीन बार अवश्य लेना चाहिए। 
थायरॉइड में एक प्याला पालक के रस के साथ एक चम्मच शहद और चौथाई चम्मच जीरे का चूर्ण मिलाकर सेवन करने से लाभ होता है। 

पालक के पत्तों का रस और नारियल पानी की समान मात्रा मिलाकर सुबह शाम लिया जाए तो पथरी घुलकर बाहर निकल आती है।
पातालकोट के आदिवासी पालक के जूस से कुल्ला करने की सलाह देते है, इनके अनुसार ऐसा करने से दांतों की समस्याओं,मुंह की बदबू जैसे विकार दूर हो जाते है। 
पीलिया के दौरान रोगी को पालक का रस कच्चे पपीते में मिलाकर दिया जाए तो अच्छा होता है, डांग - गुजरात के आदिवासी पीलिया होने पर रोगी को छिलके वाली मूंग की दाल में पालक डालकर तैयार की गयी सब्जी खिलाते है। 
दिल के रोगियो को प्रतिदिन एक कप पालक के जूस के साथ 2 चम्मच शहद मिलाकर लेना चाहिए, ये बड़ा गुणकारी होता है। 
जिन्हें कोलायटिस की समस्या हो, पालक और पत्तागोभी के पत्तों की समान मात्रा का रस तैयार कर कुछ दिनों तक लिया जाए तो आराम मिल जाता है। 









कुछ घरेलू आसन तरिके मोच और सूजन से नीजाद पाने के लीऐ


पहला प्रयोगः लकड़ी-पत्थर आदि लगने से आयी सूजन पर हल्दी एवं खाने का चूना एक साथ पीसकर गर्म लेप करने से अथवा इमली के पत्तों को उबालकर बाँधने से सूजन उतर जाती है।

दूसरा प्रयोगः अरनी के उबाले हुए पत्तों को किसी भी प्रकार की सूजन पर बाँधने से तथा 1 ग्राम हाथ की पीसी हुई हल्दी को सुबह पानी के साथ लेने से सूजन दूर होती है।

तीसरा प्रयोगः मोच अथवा चोट के कारण खून जम जाने एवं गाँठ पड़ जाने पर बड़ के कोमल पत्तों पर शहद लगाकर बाँधने से लाभ होता है।

चौथा प्रयोगः जामुन के वृक्ष की छाल के काढ़े से गरारे करने से गले की सूजन में फायदा होता है। सूजन में करेले का साग लाभप्रद है।

भीतरी चोट -

पहला प्रयोगः 1 से 3 ग्राम हल्दी और शक्कर फाँकने और नारियल का पानी पीने से तथा खाने का चूना एवं पुराना गुड़ पीसकर एकरस करके लगाने से भीतरी चोट में तुरंत लाभ होता है।

दूसरा प्रयोगः 2 कली लहसुन, 10 ग्राम शहद, 1 ग्राम लाख एवं 2 ग्राम मिश्री इन सबको चटनी जैसा पीसकर, घी डालकर देने से टूटी हुई अथवा उतरी हुई हड्डी जल्दी जुड़ जाती है।

तीसरा प्रयोगः बबूल के बीजों का 1 से 2 ग्राम चूर्ण दिन शहद के साथ लेने से अस्थिभंग के कारण दूर हुई हड्डी वज्र जैसी मजबूत हो जाती है।

मोटापा कम करने के कुछ टेस्टी तरीके


ज्यादा मोटापा खूबसूरती को छूपा देता है। ऐसे में वजन घटाने की हानिकारक गोलियां खाने से अच्छा है,कुछ घरेलू तरीकों को अपनाया जाए। हम आज आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे ही टेस्टी तरीके जो बहुत आसानी से आपका वजन घटा देंगे।

- करेले के रस में नींबू का रस मिलाकर पीने से मोटापा कम होता है।

- सब्जियों और फलों में कैलोरी कम होती है इसलिए ये अधिक खाएं। केला और चीकू न खाएं इनसे मोटापा बढ़ता है।

- चाय में पोदिना डालकर पीने से मोटापा कम होता है।

- मोटापा कम करने के लिए नमक रहित भोजन करना चाहिए।

- एक गिलास गर्म पानी में एक नींबू,और चम्मच शहद डालकर खाली पेट दो माह तक पीने से मोटापा कम होता है।

- चने की भीगी हुई दाल और शहद मिलाकर रोज खाने से मोटापा कम होता है।

- रोजाना कच्चा टमाटर, नमक और प्याज साथ खाने से मोटापा कम होने लगता है।

- दही मोटापा कम करने में लाभप्रद होता है।

-छाछ में काला नमक व अजवाइन मिलाकर पीने से मोटापा कम होने लगता है।

- तुलसी के पत्तों का रस, शहद और एक कप पानी तीनों को मिलाकर पीने मोटापा घटता है।

- मोटापा घटाने के लिए सात दिन में एक दिन व्रत जरुर रखें और सिर्फ फलों का ही सेवन करें।

कम उम्र में बाल सफेद हो जाए तो ये करने से फिर से काले हो जाएंगे

कम उम्र में बालों का सफेद होना आजकल एक आम समस्या बनती जा रही है। वैसे तो इस समस्या के कई कारण हो सकते हैं लेकिन सामान्यत: बालों के कम उम्र में सफेद होने के मुख्य कारण पोषक तत्वों में कमी व अनुवांशिक हो सकते हैं। इसीलिए बालों की सफेदी जहां खूबसूरती में ग्रहण लगाती है वहीं यह हमारी शारीरिक कमजोरी को भी प्रदर्शित करती है। अगर आप भी कम उम्र में बालों की सफेदी से परेशान हैं तो आजमाएं ये आसान घरेलू उपाय...

- बाल सफेद होने की कई वजह होती हैं जैसे हॉर्मोनल इम्बैलंस, स्ट्रेस, बीमारी, हैरिडिटी और बॉडी में विटामिंस की कमी। इनसे बचने के लिए आपको प्रोटीन रिच डाइट लेनी चाहिए। वहीं, मेथी के बीजों का पाउडर, कॉफी, बेसिल जूस और मिंट जूस बालों में लगाने से फायदा होगा। इसे बालों में तीन घंटा लगाने के बाद धो दें।सफेद बालों को कभी भी तोड़ें नहीं, ऐसा करने से ये ज्यादा संख्या में बढ़ते हैं। सफेद बाल निकालना हों तो कैंची से काट दें या उन्हें काला करने वाला उपाय अपनाएं। नींबू के रस से सिर में मालिश करने से बालों का पकना, गिरना दूर हो जाता है। नींबू के रस में पिसा हुआ सूखा आंवला मिलाकर सफेद बालों पर लेप करने से बाल काले होते हैं। घी खाएं और बालों के जड़ों में घी मालिश करें। रोजाना गाजर का जूस पीने से भी बाल स्वस्थ रहते हैं।

- एक छोटी कटोरी मेहँदी पावडर लें, इसमें दो बड़े चम्मच चाय का पानी, दो चम्मच आँवला पावडर, शिकाकाई व रीठा पावडर, एक चम्मच नीबू का रस, दो चम्मच दही, एक अंडा (जो अंडा न लेना चाहें वे न लें), आधा चम्मच नारियल तेल व थोड़ा-सा कत्था। यह सामग्री लोहे की कड़ाही में रात को भिगो दें। सुबह हाथों में दस्ताने पहनकर बालों में लगाएँ, त्वचा को बचाएँ, ताकि रंग न लगने पाए। दो घंटे बाद धो लें।

- भृंगराज की जड़ें बालों के लिए वरदान मानी जाती हैं। इनका पेस्ट नारियल के तेल के साथ बालों की जड़ों में लगाएं और 1 घंटे बाद गुनगुने पानी से अच्छी तरह से बाल धो लें। कुछ दिनों तक, नहाने से पहले रोज सिर में प्याज का पेस्ट लगाएं। ये भी बालों के लिए फायदेमंद है।

- अगर बाल सफेद हो या बाल झड़ते हों तो तिल खाएं व तिल का तेल बालों में लगाएं। तुरई के टुकड़े कर उसे सूखा कर कूट लें। फिर कूटे हुए मिश्रण में इतना नारियल तेल डालें कि वह डूब जाएं। इस तरह चार दिन तक उसे तेल में डूबोकर रखें फिर उबालें और छान कर बोतल भर लें। इस तेल की मालिश करें। बाल काले होंगे। मेथी भी बालों को सफेद होने से रोकती है। गेहूं के पौधे यानी जवारे का रस पीने से भी बाल कुछ समय बाद काले हो जाते हैं।

इन 3 कारणों को जानेंगे तो सर्दियों में रोजाना खाना चाहेंगे मूली

ठंड में रोजाना थोड़ी मूली को सलाद के रूप में लेना चाहिए क्योंकि शरीर के लिए इसका नियमित सेवन बहुत अच्छा होता है क्योंकि इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, गन्धक, आयोडीन तथा लौह तत्व पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होते हैं। इसमें सोडियम, फॉस्फोरस, क्लोरीन तथा मैग्नीशियम भी होता है। मूली में विटामिन ए भी होता है। इसके अलावा भी ठंड के मौसम में सलाद के रूप में मूली खाने के अनेक फायदे आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ फायदों के बारे में


- मूली के रस में थोड़ा नमक और नीबू का रस मिलाकर नियमित रूप में पीने से मोटापा कम होता है और शरीर सुडौल बन जाता है। मूली के पत्ते काटकर नींबू निचोड़ के खाने से पेट साफ होता है व स्फूर्ति रहती है। पेट संबंधी रोगों में यदि मूली के रस में अदरक का रस और नीबू मिलाकर नियम से पियें तो भूख बढ़ती है। पेट के कीड़ों को नष्ट करने में भी कच्ची मूली फायदेमंद साबित होती है।

- हार्ट से संबंधित बीमारी से ग्रस्त लोगों व कोलेस्ट्रॉल पेशेन्ट्स के लिए मूली का सेवन लाभदायक होता है।ब्लडप्रेशर के रोगियों के लिए मूली का सलाद के रूप में नियमित रूप से सेवन अच्छा माना गया है क्योंकि हाई ब्लड प्रेशर को शांत करने में मूली मदद करती है।

- सुबह-सुबह मूली के नरम पत्तों पर सेंधा नमक लगाकर खाने से मुंह की दुर्गंध दूर होती है। मूली शरीर से कार्बन डाई ऑक्साइड निकालकर ऑक्सीजन प्रदान करती है। मूली हमारे दाँतों और हड्डियों को मजबूत करती है।थकान मिटाने और अच्छी नींद लाने में भी मूली काफी फायदेमंद होती है।


सर्दी जुकाम खासी को ऐसे दें शिकस्त

सर्दियों का मौसम आम तौर पर स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है, किंतु यदि आप कफ विकार से ग्रस्त है तो इससे आप सर्दियों के पूरे मौसम में जुकाम-खासी व सांस रोग से परेशान हो सकते हैं। प्रस्तुत हैं, इन तकलीफों से निजात पाने के उपाय


-ठडा पानी या ठडे पेय लेने के बजाय गुनगुना पानी पिएं। अदरक डालकर सब्जियों का सूप पिएं।

-तेज भूख लगने पर ही भोजन करे, क्योंकि कम भूख या भूख के बगैर भोजन लेने से हाजमा सही नहीं होगा और कफ बनेगा।

-गेहू के आटे में चौथाई या आधी मात्रा में चने का आटा मिलाकर रोटी बनाएं। यदि चावल खाना है, तो उसमें काली मिर्च, तेज पत्ता आदि गर्म मसाला मिलाएं।

-भोजन खूब चबाकर करें और भूख से थोड़ा कम खाएं।

-कब्ज न रहने दें। इसके लिए प्रात: गर्म पानी पीकर व्यायाम करने के बाद शौच जाएं।

-दिन में तीन से चार बार सरसों का या बादाम का तेल 4-5 बूंद नाक में डालकर कफ निकालें।

-नासिका क्षेत्र में मैग्नेट का साउथ पोल 5 मिनट तक घुमाने से साइनोसाइटिस में लाभ मिलता है।

-पीठ की ओर से गर्म पानी की थैली से सुबह शाम सेंक करने से फेफड़ों की सर्दी बहुत जल्दी दूर हो जाती है।

सावधानिया

-रात को बायीं करवट सोएं।

-कानों में ठडी हवा का झोंका न लगे, इसके लिये कान में रुई लगाए रखें।

-अगर आप 'जलनेति' करते हैं, तो उसके बाद विरेचन प्राणायाम करे।

-खुले पैर घास में न टहले।

-ठंडे खाद्य व पेय पदार्थ ग्रहण न करें।

ये 4 काम करेंगे तो चश्मा नहीं लगेगा

ऑफिस में लगातार कम्प्यूटर स्क्रीन के सामने रहने के कारण या लगातार टी.वी. देखने के कारण आंखों में कई तरह की समस्याएं हो सकती है। आंखों में किसी भी तरह की समस्या के होने का एक मुख्य कारण आंखों की ठीक से देखभाल न करना है।आंखें हमारे शरीर का बहुत संवेदनशील अंग है और यदि इसका ध्यान रखा जाए तो आंखों को हमेशा चश्मे से आजाद व बीमारियों से बचाकर रखा जा सकता है।


- आंखों में जलन होना, कम दिखाई देना, आंखों में जाले आना आदि ऐसी समस्याएं हैं जो आगे जाकर गंभीर रूप धारण कर सकती हैं। इसीलिए जब भी आंखों में इस तरह की कोई तकलीफ ज्यादा महसूस हो तो डॉक्टर के पास जरूर जाएं। साथ ही रोजाना मुंह में पानी भर कर दिन में दो बार 25-50 बार आंखों पर पानी का छींटा मारें और अपनी आंखों का चेकअप दो-तीन महीने में करवाते रहें।

- चश्मा न लगे व आंखे स्वस्थ रहें इसके लिए कुछ सावधानियां रखना भी जरुरी है। जैसे आंखों का मेकअप, काजल, तौलिए से रगड़ कर छुड़ाने का प्रयास ना करें। आंखो मे कोई दवा बिना परामर्श के न डालें। लेटकर टी.वी. न देखे,अंधेरे मे टी.वी. न देखें। यदि इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखेंगे तो आंखे लंबी उम्र तक हेल्दी रहेंगी।

- चिंता, तनाव, अनिद्रा से बचें।आंखों में जलन हो या धूप से आए हो तो बर्फ के पानी की पट्टियां रखें। आंखों को फ्रे श रखने के लिए खीरे के रस में भिगोकर रुई फ्रिज में रखें। दोपहर को सोते समय आंखों पर रखें। गुलाब जल में रुई भिगो कर आंख पर रखें। सुबह ऑफिस आने से पहले उपयोग किए गए दो टी-बैग्स फ्रिज में रखना न भूलें और जब आप घर जाएं तो इन टी-बैग्स को आंखों पर कुछ मिनिटों के लिए रखें। यह आपकी थकी हुई आंखों को आराम देने के साथ-साथ उनकी सूजन भी कम करेगा। इसके अलावा धूप में जाएं तो सनग्लॉसेस लगाना न भूलें।

- आंखों को स्वस्थ रखने के लिए खान-पान पर भी विशेष ध्यान देने की जरुरत होती है।अपने भोजन मे विटामिन ए व सी से भरपूर मात्रा मे ले हरी पत्तेदार सब्जियां, टमाटर, चिकन और दुग्ध उत्पादों को भी अपने आहार में शामिल करेंं।इससे आंखों की रोशनी तो बढ़ती ही है। साथ ही कम उम्र में चश्मा नहीं लगता व आंखों की कोई भी बीमारी होने की संभावना बहुत कम हो जाती है।


जवान बने रहने के कुछ बेहद खास प्राचीन तरीके

हमेशा जवान रहना हर इंसान चाहता है, लेकिन इसके लिए कोशिश बहुत कम लोग करते हैं। दरअसल, हमेशा जवान बने रहना चाहे सबका ख्वाब हो पर इस सपने को साकार करने के लिए आयुर्वेद के अनुसार जिन नियमों का पालन करना होता है उन्हें कम ही लोग जानते हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं उन्हीं नियमों के बारे में जिनका पालन कर हमारे ऋषि-मुनि हमेशा स्वस्थ और जवां बने रहते थे।


- रोजाना सुबह जल्दी उठने के अनेक फायदे हैं। हमारे प्राचीन ग्रंथों में ऋषि-मुनियों ने कहा है सुबह जल्दी उठने से कई बीमारियां दूर रहती है व शरीर सेहतमंद रहता है। इसलिए अगर आप चाहते हैं कि आप लंबी उम्र तक स्वस्थ रहें व ताउम्र जवान दिखाई दें तो रोजाना सुबह जल्दी उठने की तो आदत डालें ही साथ ही कुछ देर योगा या प्राणायाम भी जरूर करें।

- रोजाना रात को अपने सिरहाने एक तांबे के लोटे या तांबे के किसी दूसरे बर्तन में पानी भरकर जरूर रखें। सुबह जब नींद खुले तो सबसे पहले तांबे के लोटे या ताम्बे के बर्तन में रखा पानी पीएं। ऐसा करने से पेट साफ रहता है। गैस व एसिडिटी की शिकायत नहीं होती है साथ ही स्किन भी ग्लो करने लगती है।
- खाना् -खाने से एक घंटा पहले व एक घंटे बाद पानी न पीएं। नाश्ता या भोजन हमेशा भूख से थोड़ा कम करें और ज्यादा तले-भूने व मिर्च मसालेदार खाने से परहेज करें। भोजन के साथ-साथ पानी पीने की आदत छोड़ दें। भोजन से तुरंत पहले या तुरंत बाद में पानी पीने की आदत शरीर के लिए अच्छी नहीं होती है। ऐसा करने से कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती है इसीलिए हमेशा यंग दिखने के लिए दिनभर में कम से कम आठ गिलास पानी जरुर पीएं व खाने के एक घंटा पहले व एक घंटा बाद पानी पीने से बचें।




Follow these Tips then your life will Jingalala

समय के साथ-साथ लोग अब हेल्थ और फिटनेस को लेकर बहुत सर्तक रहने लगे हैं, लेकिन फिर भी हर छोटी-छोटी बात के लिए डॉक्टर के पास जाने से पहले कुछ घरेलू नुस्खे अपना लेने से बहुत आराम मिल सकता है।

हम आपको ऐसे ही कुछ खास टिप्स के बारे में बता रहे हैं। जिन्हें 2013 में आप अपने स्वास्थ्य की देखभाल के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं...।

1. यदि शरीर पर घाव लग जाए तो जितनी गर्म मलाई सहन कर सकें, उतनी गर्म मलाई बांधे। इससे घाव नहीं पकेगा।

2. सुबह एक पाव ठंडे दूध में एक बड़ा चम्मच शहद मिलाकर पीने से खून साफ होता है, शरीर में खून की वृद्धि भी होती है।

3. यदि आपने बहुत तीखा और तेल वाला भोजन किया है और पेट में जलन हो रही हो तो हल्दी खा लें। तुरंत आराम मिलेगा।

4. हल्दी मोटापा घटाने में सहायक होती है। इसमें मौजूद करक्यूमिन नामक रसायन शरीर में जल्दी घुल जाता है। यह शरीर में वसा वाले टिश्यु को बढ़ने नहीं देता।



5. गैस बनने की स्थिति में सुबह-शाम एक-एक कप मिंट की चाय पीएं। मिंट न मिलने पर पुदीना भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

6. डायबिटीज के मरीज को अपने पैरों को रोजाना चेक करना चाहिए। हमेशा नाप के और अच्छे जूते पहनें। कभी भी नंगे पैर कहीं न निकलें।


7. बीपी के मरीजों को भोजन में फलों और सब्जियों का सेवन ज्यादा करना चाहिए। लहसुन, प्याज, साबुत अन्न, सोयाबीन का भी सेवन करना चाहिए।


8. जिन लोगों के शरीर या पसीने से अधिक बदबू आती है, वे दही में बेसन मिलाकर उबटन की तरह लगाएं। बदबू आनी समाप्त हो जाएगी।

9. जिन लोगों को सांस फूलने की शिकायत हो वे दही की कढ़ी में देसी घी डालकर खाएं। जल्द आराम मिलेगा।

4 Tips for Shine your face in Winter

मौसम के बदलाव का सबसे ज्यादा फर्क स्किन पर दिखाई पड़ता है। अक्सर ज्यादा ठंड में स्किन की देखभाल पर ज्यादा ध्यान नहीं देने पर स्किन रूखी व डल दिखाई पड़ती है। मौसम के प्रभाव के कारण चेहरे की चमक गायब हो जाती है,चेहरा काला पड़ जाता है। ऐसे में चेहरे की चमक को बरकरार रखने की चिंता सताने लगती है। इसलिए ठंड के मौसम में बेफिक्र रहना है तो अपनाइए ये घरेलू नुस्खें....

- पेट साफ रहे तो त्वचा की समस्याएं नहीं होती है। पेट का हाजमा ठीक न हो तो चेहरे पर कील-मुंहासे हो सकते हैं। इसीलिए स्किन को स्वस्थ रखने के लिए कब्ज को दूर करना बहुत जरुरी है। पेट साफ करने के लिए प्रतिदिन सुबह-सुबह गुनगुने पानी में शहद की कुछ बूंदे डालकर पीएं। इससे कील-मुंहासे की समस्या समाप्त हो जाएगी।

-दो छोटे चम्मच बेसन में आधी छोटी चम्मच हल्दी मिलाकर खूब फेंटें। फिर इस लेप में दस बूंद गुलाब जल व दस बूंद नींबू मिलाकर खूब फेंटे। स्नान से पूर्व इस लेप को चेहरे पर मलें। ऑयली स्किन वालों को चेहरे पर मुल्तानी मिट्टी का उपयोग करना चाहिए। केवल दही लगाकर चेहरा धोएं तो स्किन ग्लो करने लगती है और चेहरे पर मौसम का प्रभाव नहीं दिखाई पड़ता है।

- बार-बार ठंडे पानी से चेहरा धोते रहें। साबुन या फेसवॉश का प्रयोग कम से कम ही करें। अपना टॉवेल अलग रखें।चेहरे की गंदगी और धूल-मिट्टी साफ करने के लिए टमाटर के टुकड़े चेहरे पर धीरे-धीरे रगड़ें। यदि आपके चेहरे पर दाग-धब्बे पड़ गए हैं तो नींबू के छिलके पर थोड़ी सी चीनी डालें और फिर छिलके को दाग-धब्बे वाले स्थान पर धीरे-धीरे रगड़ें।

- पानी ज्यादा पीएं। रोजाना कम से कम दस गिलास पानी पीएं क्योंकि पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं और त्वचा स्वस्थ और चमकदार बनती है। अधिक पानी पीने से त्वचा पर झुर्रिया नहीं पड़ती हैं।