घर या पार्टी में जैसे ही आप मीठा या स्पाइसी खाने की सोचते हैं, आपको खाने से पहले टेंशन हो जाती है कि एसिडिटी न हो जाए। कभी-कभार खाना खाने के तुंरत बाद ही खट्टी डकार या जलन होने लगती है। एसिडिटी की दिक्क्त आजकल कई लोगों को होने लगी है। ऐसे में आज हम आपको एसिडिटी से जुड़ी परेशानियां और उनके घरेलू उपचार बता रहे हैं।
एसिडिटी क्या होती है ?
पेट की गैस्ट्रिक ग्रंथियों में एसिड की मात्रा ज़्यादा हो जाने से एसिडिटी की दिकक्त होने लगती है। खाने में ज़्यादा स्पाइसी फूड या मसाले खाने से जलन होने लगती है, जो एसिडिटी होने का लक्षण है।
एसिड को खत्म करने के लिए क्या खाएं: केला
किन बीमारियों में खाते हैं- कब्ज़, एसिडिटी और हैंगओवर उतारने के लिेए। ब्लड शुगर और अल्सर जैसी बीमारियों में भी केला कारगर है।
केले के गुण- केले में कैल्शियम, पोटैशियम, फॉलिक एसिड और विटामिन ए, बी की भूरपूर मात्रा होती है।
केले में पोटैशियम की मात्रा एसिड के लिए काफी फायदेंमद होती है। केले में पीएच(ph) ज़्यादा होने पर एसिड कम हो जाता है, जिसके लिए केला सबसे अच्छा ऑप्शन है। केले में चिकनाहट होती है, जिससे पेट साफ हो जाता है। केला पेट में जाकर एक चिकनी परत जमा देता है, जिससे पेट में होने वाली एसिडिटी कम होती है। केले में फाइबर ज़्यादा होता है, जो डाइजेस्टिव सिस्टम सही रखने में मदद करता है।
किन बीमारियों में फायदेंमद है- सर्दी खांसी, श्वास संबंधी, गुर्दे, कोलेस्ट्रल, स्ट्रेस और एसिडिटी होने पर तुलसी खाएं।
तुलसी के गुण- डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए तुलसी बेहद फायदेमंद होती है। यह पेट में अधिक लिक्विड बढ़ाने का काम करती है और इसमें अल्सर विरोधी गुण भी होते हैं। स्पाइसी खाना होने वाले एसिड को कम करने का भी काम करता है। रोज़ सुबह तुलसी खाने से गैस की समस्या कम होती है।
कैसे खाएं- खाना के बाद पांच से छह तुलसी की पत्तियां रोज़ खाने से एसिडिटी से आराम मिलता है।
3- ठंडा दूध
दूध में कैल्शियम की मात्रा ज़्यादा होती है, जो एसिड को खत्म करने का बेहतर उपाय है और दूध एसिड को अब्जॉर्ब भी करता है। एसिड में होने वाली जलन को कम करने के लिए ठंडा दूध अच्छा रहता है। ठंडा दूध पेट में चीनी की तरह घुल जाता है जिससे जलन कम हो जाती है। रोज़ सुबह 1 कप ठंडा दूध पीने से एसिड की दिक्कत खत्म हो जाती है।
4- सौंफ
सौंफ में भी कई गुण होते हैं। सौंफ का सबसे ज़्यादा उपयोग कब्ज होने पर किया जाता है। सौंफ के ऑयल में ताकत बढ़ाने वाले तत्व होते हैं। सौंफ में एंटी अल्सर गुण भी होते हैं। इसके अलावा सौंफ ठंडा होता है, जो पेट में जलन को कम करता है। आपने देखा भी होगा कि होटल या रेस्टोरेन्ट में खाना खाने के बाद सौंफ सर्व होते हैं। ऐसा इसलिए ताकि खाना खाने के बाद जलन या एसिड की दिक्कत न हो। एसिड की परेशानी ज़्यादा होने पर सौंफ को पानी में उबाल कर पीने से भी एसिड कम होता है। एसिड की दिक्कत न हो, इसके लिए आप रोज़ खाना खाने के बाद सौंफ खाया करें।
5- इलायची
इसमें कफ, पित्त और वात (गैस) को बैंलेस करने वाले औषधीय गुण हैं। पेट में ऐंठन या डाइजेस्टिव सिस्टम में दिकक्त होने पर यह काफी लाभकारी है। यह पेट में बनने वाले एक्सट्रा एसिड के प्रभाव को कम करता है। इलायची के मीठे स्वाद और ठंडा होने की वजह से एसिडिटी और जलन से राहत मिलती है। एसिड होने पर इलायची पाउड को पानी में उबाल कर पीना सही रहता है।
6- जीरा
यह बेहतर पाचन करने में मदद करता है, क्योंकि जीरे में लार बनाने के गुण होते हैं, जिससे हमारा टेस्ट बनता है। जीरा गैस और कब्ज़ में काफी फायदेमंद है। आयुर्वेद के अनुसार-जीरा पेट की नवज को शांत करता है और एसिड के कारण अल्सर की बनने वाली गांठ को खत्म करता है। एसिड के लिए जीरे को पानी में उबाल कर पीएं। इससे जल्दी आराम मिलेगा और एसिड की दिक्क्त खत्म हो जाएगी।
7- लौंग
लौंग पेट से गैस निकाल देता है। साथ ही, यह पेट में फूड के मूवमेंट को भी सही रखता है। लौंग का स्वाद तीखा होता है। यह स्लाइवा को बढ़ाता है, जो पाचन के लिए जरूरी है। अगर आपको एसिडिटी की दिकक्त है, तो आप एक लौंग चबाकर खाएं। लौंग के जूस से आपको काफी राहत मिलेगी। धीरे-धीरे लौंग को चबाने से एसिड कम होता है और आपको आराम मिलता है।
पुदीने की पत्तियों को माउथ फ्रेशनर की तरह भी यूज़ किया जाता है और गार्निश के लिए भी यूज़ किया जाता है। एसिड को खत्म करने के लिए पुदीना सबसे बेस्ट घरेलू उपाय है। यह एसिड को कम करता है और डाइजेस्टिव सिस्टम को सही रखता है। पेट में एसिड की वजह से होने वाली जलन और दर्द को कम करने में भी यह काफी कारगर है। अगर आपको खाने के बाद एसिडिटी की दिकक्त महसूस होती है, तो आप कुछ पत्तियां पुदीने की भी खा सकते हैं या पानी में उबाल कर पानी को पी सकते हैं। इससे आपको जल्द राहत मिलेगी।
9- अदरक
भारत में ज़्यादातर अदरक का सेवन किया जाता है। यह डाइजेस्टिव सिस्टम को ठीक रखता है और इसमें पोषक तत्व भी होते हैं। अदरक बॉडी के प्रोटीन को अलग करने का भी काम करता है। अदरक के सेवन से पेट में अल्सर गांठ नहीं होती। एसिड की दिक्कत होने पर थोड़ा सी अदरक चबाएं। एसिडिटी में तुरंत आराम के लिए अदरक को पानी के साथ उबालकर पीने से जल्दी आराम मिलता है।
10- आंवला
आंवले को कफ और पित दूर भगाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें विटामिन सी की मात्रा ज़्यादा होने के चलते यह पेट से जुड़ी समस्याओं के लिए भी लाभकारी है। दो दिन में एक बार एक चम्मच आंवले का चूर्ण खाने से आपको एसिडिटी, कब्ज़ और बाल झड़ने जैसी समस्याओं से राहत मिलेगी।
1- रोज़ एसिड बनाने वाली चीज़ों का सेवन कम करें, जैसे- कॉफी, चाय और कोल्ड ड्रिंक को कम से कम पिएं।
2-रोज़ सुबह उठते ही हल्का गुनगुना पानी पिया करें।
3-ज़्यादा एसि़डिटी होने पर सुबह नारियल पानी पीने से काफी आराम मिलता है।
4- रोज़ एक गिलास दूध पिया करें।
5- सोने से कम से कम दो या तीन घंटे पहले खाया करें, खाना खाने के बाद घूमना सही रहता है।
6-नाश्ता, लंच और डिनर के बीच में ज़्यादा टाइम गैप न रखें। इससे भी एसिडिटी की समस्या होती है। दिन में थोड़ा-थोड़ा करके कई बार खाएं, ताकि एसिड न बनें, क्योंकि बिना खाए या ज़्यादा देर तक भूखा रहने से एसिड बनने लगता है।
7-आचार, स्पाइसी चटनी, सिरका इन चीज़ों को भी न ही खाएं तो ज़्यादा अच्छा है। खट्टी चीज़ों से एसिड जल्दी बनता है।
8-खाने के बाद एक गिलास पानी में पुदीने की पत्तियां उबाल कर पीने से एसिड की समस्या से राहत मिलेगी।
9-अगर आपको स्मोकिंग और ड्रिंक करने का भी शौक है, तो खत्म कर दीजिए, क्योंकि इससे एसिड जल्दी बनता है।
10-एसिड में केला, नींबू, बादाम और दही से तुरंत आराम मिलता है। कभी-कभार एसिडिटी की दिक्कत होने पर इन चीज़ों का सेवन कर सकते हैं।